मेरा नाम राम प्रताप गौतम उम्र 53 वर्ष है। मेरे पिताजी का सीताराम गौतम
है। मेरे पास 6
लड़का है। अमरजीत गौतम, उम्र
28 इंद्रजीत उम्र 26 वर्ष रणधीष 25 वर्ष, धनंजय
23 वर्ष, जनाधन 20 वर्ष, रोहित 18 वर्ष है। 3 पतोहू है और 6
पोता, पोती
है हम सभी परिवार साथ में है। ग्राम-ताजपुर, पोस्ट-रामपुर सकरवी, थाना-वेवाना और
जिला-अम्बेडकरनगर हैं। मै लगभग 30
वर्ष से अपने ससुराल में ही रह गया हूँ। मेरा कुछ पैतृत घर/जमीन कटघर मुशा में भी
है। मेरा 6
लड़का में 3
लड़का ताजपुर में मेरे साथ रहता है और लड़का कटघर मुशा में रहता है। मै अनुसूचित
जाति के चमार हूँ।
दिनांक 16 मई, 2014 को मेरा दोनो लड़का धनंजय एवं रणधीश अपने
खेत में गेहू बो रहा था। तभी ताजपुर निवासी ठाकुर, मनोज सिंह एवं ठाकुर
विनोद सिंह और ठाकुर राकेश सिंह ने 40-50 गाय, भैस
लेकर आया और खेत में हाक दिया जिससे खेत में गेहू बिखेर दिया जिस पर मेरा दोनो
लड़का गाय, भैस
को खेत से हटाने के लिए कहा जिसपर ठाकुर ने गाली ग्लोज करने लगा जिसपर मेरा दोनो
लड़का भी गाली दे दिया फिर ठाकुर के बच्ची ने देकर और गया और अपने परिवार से कुछ
लोग को बुला लाया वे सभी लोग लाठी डंडे लेकर दौड़तें हुए आया जिसे देखकर मेरा बेटा
पतोहू भागने लगा पर रंधीश को उन लोगो ने पकड़ और लात घूसे, चप्पल, जूता एवं लाठा से मार पिट
करने लगे मारते-मारते वाया पैड तोड़ दिया और गाली दिया। आज के बाद अगर बोला तो
मारते-मारते मार डालेगे। मारने के क्रम में मनोज सिंह, पिता प्रमोद सिंह, विनोद सिंह, पिता मुलूकराज सिंह,
राकेश सिंह पिता प्रमोद सिंह, सामिल थे। पुरानी रंजीश
को लेकर हम औरं मेरा लड़का अमरजीत थाने गये।
जहा पर ठाकुर लोग थाने जाकर पहले ही
रिपोर्ट कर दिया था। मेरे थाना जाने के बाद हमने दरोगा को सभी बात बताई दरोगा
सिर्फ लिख लिया कुछ बोला नहीं उसके बाद हम घर चले आये और दूसरे दिन सी0ओ0 का पेशकार मेरे घर पर जाच करने के लिए आया और टुटे पैर देखा और
जहा मार-पिट हुआ उस खेत पर गया और बोला की लड़ाई झगड़ा मत करना। कानून हाथ को नही
लेना और उसके बाद अभी तक कोई कुछ नहीं
किया फिर हमने 21
अप्रैल, 2014
को रंधीश के लेकर अस्पताल जनपद अम्बेडकर नगर इलाज के लिए ले गये। जहा उसका एक्स-रे हुआ और
पैर टूटने का रिपोर्ट आया और बाया पैर में व एक महीने के लिए बेन्डेज किया गया और
ये मार-पिट की घटना ठाकुर लोग बहुत दिन से करते आ रहे है। हमारे ससुर को पहले भी
मार-पीट कर चुका है।
घटना से हम लोग बहुत डरे हुए हैं। गाँव मे हम लोग के जाति में 40-50 में घर है पर संगठन नहीं है। वो लोग दबंग
है। हम कई बार ग्राम प्रधान को बोले थे। जिसपर ग्राम प्रधान बोले की हम समझा देगे
और वो समझाये भी थे पर वे लोग किसी का बात नहीं मानता है। ठाकुर मनोज रोज गाय भैस को लेकर हमारे घर के
बगल से जात है और खेत मे हाक देते है और कहता है कि जो करना है कर लेना अगर कुछ
करते है तो वो लोग पैसे वाले है। जमीन्दार है वो हमें कुछ भी कर सकते है। हमे
बर्वाद कर सकता है। हम डरे हुए है और वो लोग बार-बार धमकी देते है कि अगर हम जेल
जायेगे तो फिर घर में घूस कर सभी को मारेगे हम लोग काफी डरे हुए है। की कब क्या
होगा।
कृपया
कर के आप लोग हमारी मदद कर ताकि हमारे परिवार लोग ठीक से जी सके।
साक्षात्कारकर्ता&मनोज
dqekj सिंह
संघर्षरत पीड़ित&
राम प्रताप गौतम
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