आइये उस भारत की संविधान के नियमों का उल्लंघन करने वाली हमारे देश की भारतीय पुलिस गरीब निर्दोश व्यक्ति को दबंग
व्यक्ति के इसारो पर चन्द पैसो की लालच में गरीब बेरोजगार लाचार महिला को जबरदस्ती
वर्दी का रौब दिखाकर जमीन से वेदखल करना व उन्हे फर्जी केश में फसाने का ठेका ले
रखी है जो भारती सविधान का उल्लंघन करना व कानून कठपुतली बनाने वाली पुलिस व गरीब
परिवार के बच्चों, सहित घर से बेघर कर पैसे के बल पर कर्ज
से बने बनाये घर को जेसीबी से गिराकर दबंग व्यक्ति को
जमीन दिलाने का ठेका ले रखी है।
आइये ऐसी
घटना जो गरीब मुसहर महिला की स्व व्यथा कथा उसकी जुबानी सुने।
मेरा नाम माला मुसहर उम्र-36 वर्ष
मेरे पति का नाम मुन्ना मुसहर ग्राम-लखनपुर, पोस्ट-लखनपुर, थाना-चोलापुर, जिला-वाराणसी
कि मूल निवासिनी हुँ। मेरे घर पर चोलापुर के पुलिस वाले आये और बोले कि तुम लोगों
को बड़े साहब बुलाये है, यह सुनकर मैं डरने लगी तब पुलिस वाले
गाली देते हुए बोले चलो गाड़ी में बैठो डर के मारे जीप में जाकर बैठ गई वह बच्चें
को लेकर थाने में पुलिस वालों के साथ आयी तो देखी थाने के अन्दर मेरे पति मुन्ना
मुसहर को पुलिस वाले बन्द किये थे। जब मैं अपने पति से मिलने लगी तो पुलिस वाले
मुझे भद्दी-भद्दी गाली दे रहे थे और कह रहे थे कि तुम यहाँ से लेकर इसे भाग जाओ
नही तो तुम्हारे पति को फर्जी केश में फसा दूँगा यह कहकर पुलिस वाले अपने गाड़ी से
हमारे घर पर छोड़ जब मैं घर पर पहुची तो देखी कि मेरा घर जेसीबी लगाकर गिरा दिया
गया है।
यह देखकर मैं रोने, चिल्लाने लगी मुझे लग रहा था, कि हम
लोग मुसहर होने के कारण ऐसा तो नहीं हो रहा है। यह सोच-सोच कर गला सुखा जा रहा था
और आँखो से आँसु रुकने का नाम नही ले रही थी। वही मेहनत मजदूरी करके घर बनाये थे।
उसमें रखे सभी सामाज, आनाज दो भर की सिकड़ी, पायल, नथुनी
घर में रखे दो लाख रुपये दिनांक 7 अगस्त, 2014 को
भट्ठा मालिक एडवांस के रुप में लिया था कि हम आप के यहा पति/पत्नी व 20
जोडि़या ईट पाथने के लिए मजदूरी करेगें।
इसी बीच सोनू सिंह अजय सिंह हमारे घर में रखे सारे सामान लूट ले गये
इसके बाद मेरे पति रौनावारी मुसहर बस्ती में गये और वहां से शिव प्रताप चौबे
द्वारा लिखा पढ़ी हुई फिर भी कुछ नही हुआ। मैं अपने बच्चों के साथ लखनपुर बस्ती
में ही थी। कि साम के समय सोनू सिंह, अजय सिंह
हमारे डेरे पर आकर गन्दी-गन्दी गाली देते हुए कह रहे थे कि तुम यहाँ से भाग जाओ बन्दुक
दिखाकर कह रहे थे। तुम सब लोगों को मार डालूगा।
मेरा कुछ नही होगा यह सुनकर रात में खुले आसमान में बच्चों के साथ
सोती थी। तो हमेशा भय बना रहता था कि कहीं सोनू सिंह, अजय
सिंह आकर मेरे बच्चों को जान से न मार डाले यही सोचते-सोचते सुबह हो गयी। फिर सोनू
सिंह, अजय सिंह आये भद्दी-भद्दी गाली देते हुए सोलह सुअर भी बेच दिये
आजिविका चलाने का एक माल सहारा था।
उसे भी दबंग व्यक्तियों द्वारा बेच दिया गया में अब क्या करू चोलापुर
के थाने के सिपाही व एस.ओ द्वारा दबंग व्यक्तियों द्वारा मुझे घर से वेघर कर दिये
इसकी शिकायत वाराणसी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से किया गया। लेकिन एस.एस.पी आफिस में
चोलापुर एस.ओ को देखे और एस.ओ मुझे देखा तो मुस्कुरा रहा था। तभी मैं समझ गयी कि
कुछ नही होगा। इसके बाद आई.जी के यहाँ आवेदन दिया गया जिस पर कोई कार्यवाही नही
हुई। मैं निराश हो गयी कि आज की दुनिया में गरीबों की रक्षा करने वाले पुलिस जब
दबंग व्यक्ति से मिलकर गरीबों की झोपड़ी गिराने व उन्हे घर से बेघर करके अपनी आप
को देश के रक्षक मानते है क्या यही देश के रक्षक है आज भी जब भी घटना को याद करता
हूँ तो रोंगटे खडे हो जाता है जब भी पुलिस वालो को देखता हूँ तो गुस्सा आता है
लेकिन मैं क्या करू मजबूर हूँ।
अब मैं चाहती हूँ कि दोषी व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्यवाही हो और
मुझे न्याय मिले। मैं अपनी बातो को बताके मेरे मन को हल्कापन महसूस कर रहा हूँ।
संघर्षरत
पीडिता - माला मुसहर
साक्षात्कारकर्ता -
दिनेश कुमार अनल और प्रभाकर
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